सभी भाषाओं का विध्यार्थियों को ज्ञान जरुरी , यूरोप दौरे में आईं कई दिक्कतें : जय राम ठाकुर

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को बीते दिनों यूरोप के दौरे के दौरान उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ये सब राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ में आयोजित किये गए शिक्षा विभाग के कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने मंच से अपने मन की बात कही। मंत्री जी ने कहा कि अंग्रेजी का ज्ञान होना भी बहुत आवश्यक है।
भाषा का ज्ञान न होने की वजह से बोलनी पड़ी हिंदी
उन्होंने कहा कि यूरोप दौरे पर थे तो उसके दौरान मिले नेताओं से वह बहुत कुछ कहना चाहते थे लेकिन अपनी बात नहीं बोल पाए। क्योंकि जर्मनी में लोग अंग्रेजी की जगह जर्मन भाषा बोलते हैं, ऐसी हालत में मुख्यमंत्री जी को वहां हिंदी बोलनी पड़ी।
शिक्षा प्रणाली में आया पहले से काफी बदलाब
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब पहले स्कूल में बच्चे होमवर्क नहीं करते थे तो शिक्षक बच्चों को मुर्गा बना देते थे। मंत्री ने मजाक करते हुए वहां उपस्थित शिक्षा मंत्री से पूछा – भारद्वाज जी क्या अब भी स्कूलों में मुर्गा बनाया जाता है। इस पर सभी नेतागण खूब हंसे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब शिक्षा के तरीके बदल गए हैं। अभिभावक छोटी बातों को लेकर भी स्कूल पहुंचकर शिक्षकों से उलझ पड़ते हैं। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से गुणात्मक शिक्षा पर जोर देते हुए सभी भाषाओं का विध्यार्थियों को ज्ञान देने पर जोर दिया। जिस से आगे चल कर बच्चों को कठिनाई न आ सके।
सरकारी स्कूलों में खाली पड़े पदों की जल्द ही होगी भरपाई
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भी सरकारी शिक्षकों से अध्यापन के प्रति ईमानदारी से काम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बीते डेढ़ साल के कार्यकाल के दौरान प्राथमिक स्कूलों में छह हजार से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती हुई है। अन्य रिक्त पद भी जल्द ही भर दिए जायेंगे।