
चौरासी देवी देवताओ का प्रशिद्ध हिन्दुओ का धार्मिक मंदिर, The religious temple of Hindus, worshiped by eighty-four Goddesses
हिमाचल प्रदेश में चम्बा जिले के ऐतिहासिक स्थान जो कभी चम्बा का मुख्यालय होता था। में स्तिथ एक बहुत ही लोकप्रिय मंदिर है। इस मंदिर की ख़ास बात यह है की यहां हिन्दुओ के छोटे बड़े 84 मंदिर है। जो इस मंदिर को लोकप्रिय बनाते है। इन्ही मंदिरो के समूह की बजह से यहां का नाम चौरासी पड़ा। इस मंदिर के दर्शन के लिए हर वर्ष देश विदेश से श्रदालु आते है। यह मंदिर अपने विशाल रूप और कलाकृति के लिए जान जाता है। इस मंदिर का दृश्य बहुत ही खूबसूरत है। जो यहां आये पर्यटकों और श्रदालुो के आकर्षण का केंद्र माना जाता है। यह मंदिर पर्टयकों को प्रकृति के करीब लाता है। यहां से वादियों का नजारा सैलानियों को मनमोहित कर देता है।
ऐतिहासिक और पौराणिक जानकारी, Historical and mythological information
यह मंदिर लगभग 7 वीं शताब्दी में बनाया गया था। जिस का निर्माण चम्बा के राजा साहिल वर्मन द्वारा यहां आये 84 सिद्धों और योगियों के सम्मान में बनाया था। कहा जाता है की राजा की कोई भी संतान नहीं थी। यहां से गुजर रहे योगियों ने राजा को राजा को दस बेटों और एक बेटी चंपावती का आशीर्वाद दिया था।इस मंदिर से कुछ दुरी में देवी ब्राह्मणी जी मंदिर है। यह मंदिर चौरासी से 4 किलोमीटर दुरी में स्तिथ एक धार्मिक स्थान है।
इस मंदिर में एक स्नान कुंड है। कहा जाता है, की इस पवित्र कुंड में स्नान करने से सभी बुरे कर्मो से मुक्ति मिल जाती है। साथ में यह मान्यता भी है की यदि कोई भगत कैलाश पर्वत में स्तिथ शिव भगवान् जी को समर्पित एक झील और मंदिर है। के दर्शन के लिए आता है। तो उसे सर्वप्रथम यहां आना होगा। तभी उस की यात्रा पूरी होगी। इसे कारण यहां श्रदालुओ की भीड़ लगी रहते है।
कैसे पहुंचे चम्बा के इस धार्मिक चौरासी मंदिर में, How to reach this religious Chaurasi temple in Chamba
यह मंदिर चम्बा शहर से 61 किलोमीटर है। यहां पहुंचने के लिए आप बस या फिर टैक्सी बुक करवा सकते हो। यह स्थान भरमौर नाम के प्रसिद्ध गांव में है। इस दर्षनीय स्थान के लिए आप वैसे तो कभी भी आ सकते हो मगर अप्रैल मई जून जुलाई अगस्त सितम्बर अक्टूबर, नवम्बर का समय सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। यह स्थान शांति और प्रकृति के सौंदर्य से भरपूर है। यदि आप चम्बा आने का प्लान कर रहे हो तो आप को इस स्थान में जाना चाहिए।