
धौलाधार की पहाड़ियों में बसा मिनी स्विट्ज़रलैं के नाम से प्रशिद्ध खजियार, Refreshed Khajjiar named Mini Switzerland in the hills of Dhauladhar
खजियार हिमचाल प्रदेश के चम्बा जिले में बसा एक स्थान है। जो अपनी सुंदरता और वातावरण के लिए दुनिया भर में मशहूर है। यह पुरे भारत में लोकप्रिय हिल स्टेशन है। जो डलहौजी से 4 किमी की दुरी में स्थित है। यह स्थान एक छोटे से पठार में बसा हुआ है। जिसके बिच से एक जल धारा बहती है, जो एक झील का निर्माण करती है। जिसे खजियार झील नाम से जाना जाता है। इस झील के चरो और ऊँचे ऊँचे पहाड़ है जो इस की शोभा और बढ़ा देते है। इस स्थान में आ के ऐसा लगता है। जैसे मानो प्रकृति ने ऐसे सव्य बनाया हो। हर साल बहुत से पर्टयक यहा गुमने आते है। यहां का नजारा इतना खूबसूरत है की इस स्थान को हिमाचल का मिनी स्विट्ज़रलैंड कहा जाता है।
ऐतिहासिक जानकारी, historical information
खजियार झील की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 6,500 फीट है। इस स्थान को कलातोप अभयारण्य का हिंसा माना जाता है। यह शहर डलहौजी से केवल कुछ ही दुरी में स्तिथ है। डलहौजी से यहां पहुंचने में 2 से 3 घंटे लगते है। हर साल बहुत से पर्टयक यहा गुमने आते है।
यह स्थान बहुत ही इतिहासिक माना जाता है। इस स्थान का नाम 1854 में ब्रिटिश साम्राज्य के सर डोनाल्ड मैकलोड ने प्रसिद्ध वाइसराय लॉर्ड डलहौजी के नाम पर रखा था। यह स्थान 1966 में हिमाचल प्रदेश का एक मंडल बना था। कहा जाता है। की यह स्थान लॉर्ड डलहौजी का सबसे पसंदीदा स्थान था। यह स्थान चम्बा के प्रवेश द्वार भी है।
खजियार कैसे पहुंचा जा सकता है। How to reach Khajiyar
यहां पहुंचने के लिए आप बस या टैक्सी ले सकते हो हवाई सेवा इस स्थान के लिए उपलब्ध नहीं है। पठानकोट से से खिजयर की दुरी 96किलो मीटर है। गगल एयरपोर्ट से खजियार की दुरी 110 किलोमीटर है। अगर आप हिमाचल आने का प्लान बना रहे है तो इस स्थान में जाना ना भूले।