
सेब की बागों के लिए प्रसिद्ध हिमाचल प्रदेश का यह हिमालयी गांव “रेकॉन्ग पियो” This Himalayan village of Himachal Pradesh famous for apple bago “Reckong peo”
रेकॉन्ग पियो हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध और लोकप्रिय पर्टयक स्थानों में से एक है। यह छोटा सा शहर किन्नौर जिले का मुख्यालय है। जो उच्च हिमालय में स्तिथ है। रेकॉन्ग पियो हिमाचल प्रदेश में स्तिथ एक बहुत ही खूबसूरत जिला है। इस जिले को देवी देवताओ के जन्म भूमि के नाम से भी जाना जाता है। यहां के निवासी भक्ति और श्रद्धा में अटूट विश्वास रखते है। यह स्थान पूरी तरह से प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थान है। हिमालय की तलहटी के बीच में होने की बजह से यह जिला और भी ज्यादा खूबसूरत दिखता है। रेकॉन्ग पियो को सेब के बागों के के लिए पुरे देश भर में जाना जाता है, इस स्थान में उच्च किस्म और अछि शुद्धता के सेबो के लिए जाना जाता है।
अपनी प्राकृतिक सुंदरता और वातावरण के लिए देश भर में लोकप्रिय, Popular all over the country for its natural beauty and atmosphere
यह स्थान खूबसूरत होने के साथ साथ बहुत ऐतिहासिक भी है, यहां एक समय में एक तिब्बती राजवंश हुआ करता था जो मुगल राजा अकबर का समकालीन था। रेकॉन्ग पियो अपने विभिन्न कारणों के लिए जाना जाता है, जो इसे लोकप्रिय बनाती है। इसकी लोकप्रियता का अहम कारन इसकी सुंदरता, सेब के बागों, और ऊँचे ऊँचे देवदार के पेड है जो इस की सुंदरता को और ज्यादा बड़ा देते है। हर साल बहुत से पर्टयक यहां गुमने के लिए आते है। यह स्थान पिछले कुछ वर्षो में एक अग्रणीय पर्टयक स्थान बन के उभरा है।
हजारो सालो से संजोय हुए है अपनी कला और सांस्कृति, Thousands of years have accumulated their art and culture
इस खूबसूरत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरा किन्नौर जिला अपने दर्शनीय स्थानों के लिए भी लोकप्रिय है। यहां की कला, त्यौहार, मेले, पकवान, यहां की सांस्कृति बहुत ही अनोखी और अद्भुत है। यह संस्कृति हिमालय घाटी में छिपे हुए किसी वेश कीमती रत्न से कम नहीं है। जहां आज के लोग मॉर्डन सांस्कृति को अपना रहे है। वही यहां की निवासी अपनी कला और सांस्कृतिक को कई सालो से संभाले हुए है।
ताजे और स्वादिस्ट सेबो के लिए जाना जाता है यह स्थान, This place is known for fresh and tasty Apples
हिमाचल प्रदेश का जिला किन्नौर में स्तिथ रेकॉन्ग पियो एक ऐसी जगह है जो पूरे साल सैलानियों का स्वागत करती है। पर्टयकों को यह स्थान बेहद आकर्षित करता है। जिस का कारण यहां की अधिक ऊंचाई है। इसलिए यहां ग्रीष्मकाल में भी मौसम सुखद रहता है। ऐसे मौसम में छुट्टियां बिताने के लिए और गुमने के लिए यह एक आदर्श स्थान माना जाता है। किन्नौर में स्तिथ रेकॉन्ग पियो में यदि आप गुमने के लिए आ रहे हो तो यहां के बागों से सीधे ताजे सेब का स्वाद लेना न भूलें। यहां के पेड़ों से लटकने वाले ताजे लाल-लाल सेबों को काटने का मजा ही कुछ और है।
राजधानी शिमला से रेकॉन्ग पियो की दुरी, Reckong Peo’s distance from the capital Shimla
हिमाचल के इस खूबसूरत जिले किन्नौर तक पहुँचने का सबसे सही विकल्प बस सेवा की है। हिमाचल प्रदेश में किन्नौर के रेकॉन्ग पियो तक बहुत से निजी और सरकारी बसे चलती है। जिसके के द्वारा आप यहां पहुंच सकते हो। यह स्थान राजधानी शिमला से 260 किमी की दूरी पर और 2,300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। पर्टयक यहां से कैलाश पर्वत और रेकॉन्ग पियो से शिवलिंग की चट्टान का अद्भुत नजारा देख सकते है।
मुगल साम्राज्य का भी हिस्सा रहा यह रेकॉन्ग पियो, This Reckong drink was also part of the Mughal Empire
ऐतिहासिक जानकारी के अनुसार रेकॉन्ग पियो का जन्म 1 मई 1960 को हुआ था। इस खूबसूरत स्थान को पहले पहले किन्नौरा के नाम से जाना जाता था। इस स्थान में 9 वीं और 12 वीं शताब्दी के बीच के दौरान तिब्बत के गुगे साम्राज्य का शासन भी रहा था। यह जिला अकबर ने जीत लिया था। जिसके बाद यह मुगल साम्राज्य का भी हिस्सा रहा। मुगल साम्राज्य के अंत के बाद इस जिले को चिनि तहसील के रूप में जाना जाने लगा। जो इस क्षेत्र की प्रगति में एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। इस स्थान को अभी भी कई लोग चीनी नाम से जानते है।