लुटुरू महादेव मंदिर शिमला, religious Luturu Mahadev Temple Shimla in Hindi

हिमाचल प्रदेश के शिमले जिले में यह धार्मिक मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण भागल के राजा ने वर्ष 1621 में सुंदर शिखर स्थापत्य शैली द्वारा किया था। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि भगवान शिव ने राजा के सपने में दर्शन दिए और उन्हें पहाड़ी की चोटी पर एक मंदिर बनाने के लिए कहा। इसी सपने के दौरान राजा ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था। इस मंदिर में एक शिव लिंगम भगवान शिव का प्रतीक काला पत्थर विराजमान है। हर साल देश विदेश से श्रदालु इस मंदिर में दर्शन के लिए आते है।
श्रदालुओ के आकर्षण का केंद्र
हर साल महाशिवरात्रि के त्योहार के दौरान मंदिर में आये भक्तों को आकर्षित करता है। इस मंदिर का निर्माण राजपूतों की कड़ी मेहनत का एक अद्भुत प्रमाण है। क्योंकि इस मंदिर के निर्माण में बहुत से मुस्किले आये थी। जिस जगह यह मंदिर सशथ है उस समय यहां बहुत उबड़-खाबड़ थी पूरा इलाका पथरो से भरा पड़ा था। परन्तु बागवान शिव के आशिर्बाद से इस मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण हो पाया।
यह मंदिर यह एक अद्भुत मंदिर है। इस मंदिर की किनारे बहुत से मनमोहित प्राकृतिक दृश्यों की भरमार है। जो इस स्थान को भी ज्यादा खूबसूरत बनाती है। शिमला में धार्मिक यात्रा करने के लिए अद्भुत जगह है। शिव के इस मंदिर तक पहुंचने वाला मार्ग चुनौतीपूर्ण है। लेकिन आध्यात्मिक उत्साह तीर्थयात्रियों को हर बाधा को दूर करने के लिए सभी तरह से ऊर्जावान रखता है। इस धार्मिक मंदिर के आसपास के परिदृश्य के शानदार स्थलों को देख क्र यहां आये श्रदालु अपने आप को शिव भगवान के समीप पाते है।
पवित्र शिवलिंग की पूजा अर्चना, Worship of Holy Shivling
इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग को हैश चरस अफीम, मारिजुआना सिग्रेट के रूप में पीसा जाता है। शिमला में स्तिथ शिव भगवान के भगतो के लिए यह एक बहुत ही अच्छा स्थान है। कहा जाता है की इस शिवलिंग में हैश चरस अफीम, मारिजुआना सिग्रेट को चढ़ाया जाए तो आप के सभी दुःख दूर होंगे और आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। यदि आपो कभी शिमला आने का प्लान बना रहे है तो इस स्थान में आना ना भूले। यह मंदिर सोलन जिले से लगभग 4 किमी दुरी पर स्थित है।