देव भूमि कुल्लू में स्तिथ “भगवान रामचंद्र मंदिर”, “Lord Ramachandra Temple”, a famous religious pilgrimage center in Himachal’s Dev Bhumi Kullu

हिमाचल प्रदेश में वैसे तो बहुत से धार्मिक स्थान है, जो अपनी लोकप्रियता और पौराणिक मान्यताओ के लजानै जाते है, मगर कुछ ऐसे भी धार्मिक स्थान है, जो बेहद रहस्मयी होने के साथ साथ बहुत विचित्र भी है, कुछ ऐसा ही एक धार्मिक स्थान है, हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में जिसे देव भूमि के नाम से भी जाना जाता है, इस लोकप्रिय मंदिर को भगवान रामचंद्र मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह बेहद प्राचीन मंदिर है, जो भगवान रामचंद्र जी को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण 17 वीं शताब्दी में राजा जगत सिंह ने करवाया था। यह हिंदुओं के लिए एक पवित्र और बहुत ही धार्मिक स्थल है।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, According to mythology
पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान राम ने अयोध्या से मणिकरण के लिए इस अभयारण्य को खुद पहुंचाया था। यह अभयारण्य राम के अपने शाही प्रतीकों के लिए लोकप्रिय है और उनकी रमणीय जीवनसाथी देवी सीता से संबंदित है। हर साल बहुत से श्रदालु इस मंदिर के दर्शन के लिए आते है। यहां और भी बहुत से धार्मिक स्थल है, जिन के पीछे बहुत ही रोचक कहानिया है, कुल्लू में यह मंदिर सैलानियों के लिए आकर्षण का एक अच्छा केंद्र है। बेहद शांत वातावरण में स्तिथ यह मंदिर बहुत ही पूजनीय है। यह मंदिर मणिकर्ण में स्तिथ है। जो एक बहुत ही खूबसूरत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर पर्टयक स्थान हैं।
इस धार्मिक स्थल की यात्रा का सही समय, The right time to visit this religious place
यहां की यात्रा करने का सबसे सही समय गर्मियों के मौसम के दौरान का है, इस दौरान यहां का वातावरण बेहद आरामदयाक होता है, मई से अगस्त तक क समय सही माना जाता है, सर्दियों के समय यहां भारी मात्रा में बर्फबारी होती है, जिस बजह से यहां रास्ते बंद हो जाते है, और तापमान शून्य में चला जाता है। यदि आप कुल्लू गुमने का प्लान कर रहे है, तो यह स्थान आप के लिए एक रोमांचित स्थल साबित होगा। आप यहां दर्शन के साथ साथ और भी बहुत से रोमांचित कार्य कर सकते हो, आप यहां रिवर राफ्टिंग, ट्रेकिंग, पैराग्लाइडिंग, कैंपिंग जैसे गतिविधियों में भाग ले सकते है।