कोरोना वायरस की बजह से मेडिकल प्रमाणपत्र दिखाने पर ही मिल पायेगी हेलीकाप्टर में सीट

हिमाचल प्रदेश और देश भर में फैले कोरोना वायरस को लेकर हेलीकाप्टर उड़ानों में भी सख्ती बरती जाएगी। इसी के साथ भुंतर एयरपोर्ट से जनजातीय इलाकों की तरफ आने वाले यात्रियों को मेडिकल प्रमाण पत्र दिखाना होगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार यात्री को अपनी ट्रैवल हिस्ट्री भी देनी होगी।
इसी के साथ भीड़ न बढ़े, इसके लिए हेलीकाप्टर में सीट मिलने के बाद केवल उसी यात्री को अकेले भुंतर एयरपोर्ट आना होगा। प्रदेश सरकार ने उड़ान समिति कुल्लू और लाहौल-स्पीति प्रशासन ने एहतियातन यह कदम उठाया है।
हवाई यात्रा से पहले करवानी होगी स्वास्थ्य जाँच
कोरोना वायरस की बजह से उड़ान समिति के कुल्लू प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि कोई संक्रमित व्यक्ति हेलीकाप्टर से लाहौल न पहुंचे इसके लिए यह व्यवस्था की है। ताकि प्रदेशवासियों को सुरक्षा प्रदान की जा सके।
प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार भुंतर एयरपोर्ट पर भीड़ न उमड़े इसलिए जिन यात्रियों के नाम सूची में होंगे उन्हें ही भुंतर एयरपोर्ट आने की अनुमति दी जाएगी इसी साथ प्रदेश में सभी उड़ानों में यात्रियों के लिए स्वास्थ्य जांच की जाएगी।
मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट दिखाना होगा तभी मिलेगी टिकट
हिमाचल प्रदेश के जिला लाहौल-स्पीति प्रशासन ने यह व्यवस्था लागू की है। उनके द्वारा यह कहा कि हेलीकाप्टर में सवारी करने से पहले यात्रियों को कुल्लू अस्पताल से मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट लाकर एयरपोर्ट में दिखाना होगा। उसी के बाद वो अपनी यात्रा को जारी रख पाएंगे।
इसी के साथ यात्रियों को विदेश यात्रा से संबंधित अंडरटेकिंग भी देनी होगी। इसमें यह जिक्र होगा कि उसने न ही विदेश यात्रा की है और न ही वह किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया है। पूरी जानकारी के बाद ही व्यक्ति यात्रा कर पाएंगे।
अधिक संख्या में उड़ान समिति कार्यालय न आएं।
इसी के साथ यात्रियों को आगाह किया है कि हेलीकाप्टर उड़ानों और सीट आरक्षण से संबंधित जानकारी लेने के लिए अधिक संख्या में उड़ान समिति कार्यालय न आएं।
इसी के साथ समिति ने कार्यालय में तैनात कर्मचारियों के मोबाइल नंबर जारी किए हैं। यहां से जानकारी ली जा सकेगी। जिस से यह जानकारी मिल पायेगी की इस से पहले यात्री ने कहा की यात्रा की है।