हिमाचल के जिला सोलन के मानव भारती विवि के फर्जी डिग्री मामले में लगभग 2000 छात्रों का भविष्य खतरे में

हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन में फर्जी डिग्री प्रकरण में घिरे मानव भारती विवि के लगभग करीब दो हजार छात्रों का भविष्य संकट में है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ये छात्र विवि में संचालित विभिन्न कोर्सों में दाखिला ले चुके हैं। और कुछ छात्र अपनी डिग्रियां पूरी कर चुके है। कई छात्र डिग्री पूरी होने के अंतिम पड़ाव पर हैं।
पीएचडी धारक जो प्राध्यापक इन छात्रों को शिक्षा दे रहे हैं, उनकी खुद की डिग्रियों पर प्रदेश पुलिस द्वारा जांच बैठ गई है। इसी के साथ मानव भारती विवि के कई प्राध्यापकों ने पीएचडी की डिग्री अपने ही विवि से की है। अभी तक यह भी साफ़ नहीं हो पाया है। की वो डिग्री भी उन्होंने फर्जी बनाई है या सच में परीक्षा उत्तीर्ण की है।
मानव भारती विवि का रिकॉर्ड सील कर दिया गया
हिमाचल प्रदेश पुलिस के हाथ लगे रिकॉर्ड में प्राध्यापकों को पीएचडी का छात्र भी बताया गया है। इस में इस बात का भी खुलासा हुआ है, की कई प्राध्यपक पढ़ाने के साथ साथ खुद भी अभी इसी विद्यालय में पढ रहे है। इनके प्रशासनिक दखल का चिट्ठा भी पुलिस एकत्र कर चुकी है। मानव भारती विवि का रिकॉर्ड सील कर दिया गया है। प्रदेश पुलिस अब अपने ही संस्थान से डिग्री लेकर प्राध्यापक बनने वालों की सत्यता परख रही है।
इस दौरान जांच में पुलिस ने कक्षाएं नहीं रोकी हैं, उनका कहना है की इस से छात्रों की शिक्षा में बुरा प्रभाव पड़ सकता है। लेकिन जांच का दायरा जैसे-जैसे बढ़ रहा है, छात्रों की हाजिरी वैसे-वैसे कम होती जा रही है और कई छात्रों ने तो यह विद्यालय छोड़ भी दिया है और बाकि के छात्र धीरे धीरे छोड़ रहे है।
देश भर से विभिन्न क्षेत्रो से छात्र ले रहे इस विवि में शिक्षा ले रहे छात्रों का भविष्य खतरे में
जानकारी के अनुसार जांच पूरी होने के बाद प्राध्यापक अयोग्य घोषित होते हैं तो इसका सीधा असर दाखिला ले चुके दो हजार छात्रों पर पड़ सकता है। इसी के साथ मानव भारती विवि का संकट शुरू होने से पूर्व यहां बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों समेत प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से छात्र दाखिला ले चुके थे। इस विश्व विद्यालय के देश भर में नाम था। जो अब पूरी तरह से खतम हो चूका है।
इसी के साथ नियमित रूप से इन छात्रों की कक्षाएं भी लग रही थीं। इसी दौरान विवि का स्टाफ और छात्र सहमे हुए हैं। की कब जैसे यह पूरा विद्यालय सील कर दिया जायेगा। इस पुरे मामले में छात्रों की शिक्षा में बुरा प्रभाव पद रहा है।