
हिमाचल में लॉकडाउन ने नशे से दूर किए 60 फीसदी लोग, छूट रही नशे की आदत
हिमाचल प्रदेश में लगे लॉकडाउन के चलते नशे की गिरफ्त में फंसे युवा जहां अपनी जिंदगी को तबाह कर रहे थे। लॉकडाउन ने उसी जिंदगी को बचा लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी से मिली जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश के 60 प्रतिशत नशा करने वाले लोग अब इस लत से पूरी तरह से बाहर निकल चुके हैं।
नशा करने के लिए कोई पदार्थ न मिलने की वजह से छूट रही युवाओ की आदत
हैरानी इस बात की है कि इन युवाओं को नशा करने के लिए कोई पदार्थ न मिलने की वजह से ही यह कामयाबी मिली है। जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि नशा छोड़ने में सफल रहने वाले लोगों में 40 प्रतिशत युवा छात्र हैं। प्रदेश में युवा अधिक और जल्दी नशे के लत में पड़ जाते है।
कोरोना के इस संकट से बचने के लिए लगाए लॉकडाउन के कारण हो पाया सम्भव
इसी के साथ इन्हें लॉकडाउन की वजह से घर पर नशीले पदार्थ, तंबाकू, चिट्टा, सिगरेट, शराब नहीं मिली, इस वजह से उनकी यह लत छूट गई। बताया जा रहा है की ऐसे में बड़ी बात यह है कि इतने सालों से जो काम नशा मुक्ति केंद्र, सरकार और प्रशासन का अमला नहीं कर पाया। और इस कोरोना के इस संकट से बचने के लिए लगाए लॉकडाउन ने कर दिया।
शा छोड़ने वाले 60 प्रतिशत लोगों ने डाक्टरों या फिर नशा मुक्ति केंद्र की सहायता नहीं मांगी
इसी के साथ चिकित्सकों की मानें, तो अब जब शराब के ठेके खुल गए हैं, तो कई लोगों ने फिर से शराब पीनी शुरू कर दी है, जो कि चिंतनीय विषय जरूर बन रहा है। खास बात एक है की जिस दिन प्रदेश में ठेके खुले थे। उस दिन लोगो ने ताबड़तोड़ खरीददारी की थी। हैरान कर देनी वाली बात यह है कि नशा छोड़ने वाले 60 प्रतिशत लोगों ने डाक्टरों या फिर नशा मुक्ति केंद्र की सहायता नहीं मांगी है।
Himachal lockdown removes 60% people from drug addiction, getting rid of drug addiction