हरियाणा में फंसे उत्तराखंड और हिमाचल के 17 जमातियों को बस चालक ने बीच जंगल में उतार दिया, नेरवा तक था परमिट

देश भर में लगे लॉकडाउन में हरियाणा में फंसे उत्तराखंड और हिमाचल के 17 जमातियों को बस चालक ने हिमाचल प्रदेश पहुंचने से पहले ही एक सुनसान जंगल में उतार दिया और बस लेकर वापस चला गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब दो किलोमीटर पैदल चलकर सभी जमाती पांवटा साहिब के बहराल बैरियर पर पहुंचे तो वहां पर उन्हें रोक दिया गया। बताया जा रहा है की अब प्रशासनिक अनुमति के बाद ही उन्हें आगे जाने दिया जाएगा। तब तक इन्हे यही रुकना होगा।
इन सभी ने 42 दिन क्वारंटीन में बिताए है तथा सभी स्वस्थ है
जानकारी के मुताबिक साढ़े 5 बजे से जमाती जिला प्रशासन, विधायक पांवटा व एसडीएम पांवटा से प्रदेश सीमा में प्रवेश व गंतव्य स्थल तक पहुंचाने को गुहार लगाते रहे। लेकिन, कड़ी धूप में जमाती बैरियर के समीप ही घंटों तक बैठे रहे। इस के बाद पंचायत मिश्रवाला बीडीसी सदस्य फरीज खान, कादिर अली, नजीर अली व इस्लाम का कहना है
कि 15 हिमाचल और 2 उत्तराखंड के कुल 17 जमाती हरियाणा गए थे। देश भर में लगे कर्फ्यू-लॉकडाउन के चलते वही फंसे रहे। इन सभी ने 42 दिन क्वारंटीन में बिताए हैं। इसके बाद मिनी बस से इनको हिमाचल के नेरवा तक का ई पास मिल गया था।
बस को सील ना कर दिया इस से भयभीत हरियाणा बस चालक ने बस को हिमाचल की सिमा से 2 किमी पीछे रोक दिया
इस बस में 9 जमाती नेरवा, 6 पांवटा व 2 उत्तराखंड जाने थे। बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले ही परवाणू सीमा पर इसी क्षेत्र की एक बस को सील कर दिया था। जानकारी के अनुसार जिससे भयभीत हरियाणा बस चालक ने बस को हिमाचल प्रदेश की सीमा से 2 किमी पीछे दूर
जंगल में इन जमातियों को उतार दिया। सभी जमाती 2 किलोमीटर दूर से पैदल बहराल तक पहुंचे। इसी के साथ बीडीसी सदस्य मिश्रवाला फरीज खान का कहना है कि पांवटा के विधायक व एसडीएम को सूचित कर दिया गया था। आज कल रोजे होने पर सभी 17 जमाती भूखे-प्यासे पैदल राज्य सीमा बैरियर पर पहुंचे है।
सभी दस्तावेज होने पर सभी जमातियों को अपने ही राज्य में नहीं मिल रहा प्रवेश
मगर कुछ समय बीतने के साथ साथ स्थानीय प्रशासन के आदेशों का इंतजार कर रहे हैं। नूह जमात में गए हुए जमातियों को कई घंटे बीतने पर भारी दिक्कतें हो रही हैं। सभी दस्तावेज होने पर सभी जमातियों को अपने ही राज्य में प्रवेश नहीं मिल रहा है।
इसी के साथ एसडीएम पांवटा एलआर वर्मा ने कहा कि इस तरह की जानकारी पहुंची है। इस समस्या को जिलाधीश सिरमौर के ध्यानार्थ भेज दिया गया है। जिलाधीश के आदेश पर ही आगमी करवाई की जायेगी।
The bus driver unloaded 17 deposits of Uttarakhand and Himachal stuck in Haryana in the forest, till Nerwa had a permit