राजधानी शिमला के कंडाघाट में रविवार को मलबे में दब जाने से 02 मजदूरों की मौके पर मौत

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के कंडाघाट में रविवार को एक मकान के निर्माण कार्य के दौरान पुराने अस्पताल का सेप्टिक टैंक अचानक गिर जाने से मलबे में दब जाने से 02 मजदूरों की मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि ये सेप्टिक टैंक पिछले काफी सालों से रिसाव कर रहा था और रविवार को अचानक गिर गया। इसी के साथ
इसके चलते घर के निर्माण कार्य में लगे 05 मजदूरों में से 02 इसके मलबे की चपेट में आ गए। इसी के साथ एक मजदूर को तो तुरंत ही रेस्क्यू कर बाहर निकाल दिया था। लेकिन उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
मजदूर को डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम द्वारा बाहर निकाला गया
जानकारी के अनुसार दूसरे मजदूर को डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम द्वारा बाहर निकाला गया। बताया जा रहा है की लेकिन उसे नहीं बचाया जा सका।
मलबे में स्थानीय लोगों ने यह रेस्क्यू अभियान एसडीएम कंडाघाट डा. संजीव धीमान व डीएसपी हेड क्वार्टर सोलन योगेश दत्त जोशी की देख-रेख में किया। जानकारी के अनुसार मौके पर
तहसीलदार कंडाघाट ओपी मेहता भी मौजूद रहे। इसी के साथ मरने वालों में एक की शिनाख्त गोरख सिंह के रूप में हुई है। जिसकी उम्र 53 साल बताई जा रही है, जबकि दूसरे मजूदर की शिनाख्त गगन के रूप में हुई है। जिसकी उम्र 42 साल बताई जा रही है।
सेप्टिक टैंक नीचे गिरने से हुई मौत
जानकारी के अनुसार इनके साथ 03 और मजदूर भीनींव के कार्य में लगे हुए थे। बताया जा रहा है की अचानक जैसे ही सेप्टिक टैंक नीचे गिरा, उस के साथ आसपास का मलबा भी नीचे कार्य कर रहे मजदूरों पर जा गिरा।
जिस से दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गयी। बाकी 03 मजदूर मौके से भाग खड़े हुए। यदि वह मौके से नहीं भागते तो ये तीनों भी इस मलबे की चपेट में आ सकते थे।
एसडीएम डा. संजीव धीमान ने दी जानकारी
जानकारी के अनुसार एसडीएम डा. संजीव धीमान ने बताया कि स्थानीय प्रशासन ने मौके पर ही प्रभावित परिजनों को दस-दस हजार की फौरी राहत दी है।
इसी के साथ डीएसपी हेड क्वार्टर सोलन योगेश दत्त जोशी ने बताया कि प्रदेश पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सोलन अस्पताल भेज दिया है। तथा मामले की पूरी जाँच की जा रही है।