हिमाचल में बनाये गए संस्थागत क्वारंटीन केंद्र कॉलेज किए जाएंगे खाली, जिला उपायुक्तों को दी जिम्मेबारी

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हिमाचल प्रदेश में फैले कोरोना वायरस की बजह प्रदेश के बहुत से सरकारी स्कूल तथा कॉलेजों को संस्थागत क्वारंटीन केंद्र बनाया गया था। जिस में बाहरी राज्यों से प्रदेश में लौट रहे लोगों के रहने के लिए संस्थागत क्वारंटीन केंद्र बनाया गया था। इसी के साथ सूबे के सभी डिग्री कॉलेज खाली किए जाएंगे।
इसी के साथ शिक्षा सचिव राजीव शर्मा ने सभी जिला उपायुक्तों को कॉलेजों में नए लोगों को नहीं रखने का पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि कॉलेजों में परीक्षाएं करने से पहले परिसरों को सैनिटाइज करने के लिए पर्याप्त समय चाहिए है। ताकि समय में छात्रों के एग्जाम करवाए जा सके।
जुलाई से कॉलेजों को परीक्षाओं के लिए खोला जाना है
जानकारी के अनुसार अब नए लोगों को कॉलेज परिसरों में संस्थागत क्वारंटीन ना किया जाए। इसी के साथ शिक्षा सचिव राजीव शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के कई कॉलेजों को जिला प्रशासन ने संस्थागत क्वारंटीन केंद्र बनाया है। बताया जा रहा है की अब जुलाई से कॉलेजों को परीक्षाओं के लिए खोला जाना है।
ऐसे में परिसरों में व्यापक स्तर पर सफाई अभियान चलाना जरूरी है। ऐसे में अब नए लोगों को कॉलेजों में ठहराने का जिला प्रशासन बंदोबस्त न करे। इसी के साथ जो लोग अभी रखे गए हैं, उन्हें रखने की समयावधि पूरी होते ही कॉलेजों को खाली कर दिया जाए।
कॉलेजों के खाली होते ही वहां सैनिटाइजेशन शुरू की जाएगी
जानकारी के अनुसार शिक्षा सचिव ने बताया कि कॉलेजों के खाली होते ही वहां सैनिटाइजेशन शुरू की जाएगी। इसी के साथ विद्यार्थियों में परीक्षाओं के दौरान किसी भी प्रकार का भय न रहे। जो भी संस्थागत क्वारंटीन केंद्र बनाये गए है उन सभी को समय में खाली करने के लिए
जिला उपायुक्तों को कॉलेजों को संस्थागत क्वारंटीन केंद्रों से मुक्त करने को कहा गया है। जल्द ही सभी संस्थागत क्वारंटीन केन्द्रो को खली कर दिया जाएगा।