
अंब में पेपर मिल खोलने के नाम पर एसबीआई शाखा मैहतपुर से लिए लोन में लिए करीब 82 करोड़ के धोखाधड़ी का मामला आया सामने
हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के अंब में पेपर मिल खोलने के नाम पर एसबीआई शाखा मैहतपुर से लिए लोन में लिए करीब 82 करोड़ के धोखाधड़ी का मामला आया सामने,
इस मामले में सीबीआई ने पंचकूला और ऊना समेत कंपनी निदेशकों के 05 ठिकानों पर दबिश दी है प्राप्त जानकारी के अनुसार इससे पहले बैंक की शिकायत पर केंद्रीय जांच एजेंसी
ने “सैनसन पल्प एंड पेपर लिमिटेड कंपनी” के प्रबंधकों के खिलाफ सीबीआई की शिमला शाखा में धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया है जिस की जांच चल रही है।
जाँच के दौरान जांच एजेंसी ने मामले संबंधित अहम दस्तावेजो को भी कब्जे में लिया
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है, की केंद्रीय जांच एजेंसी ने कंपनी निदेशकों के पंचकूला, जिरकपुर में स्थित घर, ऑफिस समेत अंब में भी दबिश दी। इसी के साथ जाँच के दौरान जांच एजेंसी ने मामले संबंधित अहम दस्तावेजो को भी कब्जे में लिया हैं।
इसी के साथ यह मामला वर्ष 2008 का है। जब सैनसंज पल्प एंड पेपर मिल लिमिटेड के प्रबंधकों ने
ऊना के अंब में पेपर मिल खोलने के लिए “एसबीआई शाखा” मैहतपुर से करोड़ों का लोन लिया था।
लोन वर्ष 2008 से 2011 के बीच लिया गया। जिस का समय पर भुगतान ना होने पर SBI की शिकायत पर CBI ने मामले की जांच की तब यह मामला सामने आया।
एसबीआई प्रबंधन ने मामले की विभागीय स्तर पर जांच की
इसी के साथ कंपनी चालू होने के बाद बैंक की जांच में पता चला कि सूचित किए बिना कंपनी से कच्चा माल शिफ्ट किया जा रहा है। इसी के साथ कंपनी में काम भी नहीं हो रहा है।
तथा बैंक को भी इसकी सूचना नहीं दी गई की कंपनी बंद कर दी गयी है। एसबीआई प्रबंधन ने मामले की विभागीय स्तर पर जांच की। इसमें कंपनी पर कई अनियमितताएं बरतने के
आरोप साबित हुए। इसके बाद बैंक प्रबंधन ने मामले की शिकायत सीबीआई से की
जिसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी की प्रारंभिक जांच में तथ्य सामने आने पर शिमला थाने में धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया। तथा कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की गयी।
धोखाधड़ी मामले में सीबीआई ने केस दर्ज करने के बाद पांच जगह दबिश दी है
प्राप्त जानकारी के अनुसार इसके बाद कंपनी निदेशकों के कार्यालयों और घर और अब स्थित कंपनी में दबिश दी गई है।
इसी के साथ सीबीआई दस्तावेजों की पड़ताल कर रही है। बताया जा रहा है की सीबीआई के पीआरओ आरके गौड़ ने
बताया कि 82 करोड़ के धोखाधड़ी मामले में सीबीआई ने केस दर्ज करने के बाद पांच जगह दबिश दी है। जिन की जांच की जा रही है।
तथा मामले की पूरी जांच की जा रही है तथा कंपनी के खिलाफ धोखा धड़ी का मामला दर्ज किया गया है।