हिमाचल में प्रवेश होगा आसान, अनलॉक-04 के दौरान सरकार बार्डर एरिया के लिए रखी गई पंजीकरण अनुमति की शर्त समाप्त करने में जुटी प्रदेश सरकार

प्रदेश में बाहरी राज्यों की आवाजाही के लिए लगी बंदिशों को अब प्रदेश सरकार हटाने की तैयारी में जुट गयी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अनलॉक-फोर के दौरान सरकार बार्डर एरिया के लिए रखी गई पंजीकरण अनुमति की शर्त समाप्त कर सकती है।
इसी के साथ बताय अजा रहा है की इसके तहत जल्द ही साधारण पंजीकरण पर कोई भी व्यक्ति इंटरस्टेट मूवमेंट के लिए अधिकृत हो जाएगा तथा हिमाचल प्रदेश की यात्रा आसान हो जायेगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार इसकी जानकारी दी है।
रजिस्ट्रेशन के साथ एकनॉलेजमेंट व्यवस्था भी लागू
प्राप्त जानकारी के अनुसार बताय अजा रहा है मुक्यमंत्री जी का कहना है कि ट्रैक एंड ट्रेसिंग के लिए रजिस्ट्रेशन के साथ एकनॉलेजमेंट व्यवस्था भी लागू की गई है। मगर फिर भी कई लोगों को अब भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी लिए प्रदेश के CM का कहना है कि हिमाचल प्रदेश सरकार इन बंदिशों को हटाने पर विचार कर रही है।
प्रदेश में मुख्यमंत्री ने उच्चाधिकारियों से भी मंत्रणा की
इसी के साथ हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री ने उच्चाधिकारियों से भी मंत्रणा की है। इसी के साथ हिमाचल प्रदेश में फैले कोरोना के संक्रमण के मामलों को देखते हुए सभी पहलुओं का अध्ययन किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में इंटरस्टेट मूवमेंट के लिए पंजीकरण के बाद अनुमति लेने की प्रक्रिया कोविड पास से भी जटिल है।
जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है की इसके लिए ओरिजन तथा डेस्टिनेशन दो पुख्ता प्रमाण पत्र देना अनिवार्य है।
किसी भी व्यक्ति को जाने वाले स्थान और रवानगी वाले जगह के दोनों पुख्ता प्रमाण पत्र देने पड़ते हैं
हिमाचल प्रदेश से बाहर जाकर वापस आने वाले किसी भी व्यक्ति को जाने वाले स्थान और रवानगी वाले जगह के दोनों पुख्ता प्रमाण पत्र देने पड़ते हैं। जिस बजह से लोग बेहद परेशान है। मसलन किसी को अगर अपने निजी काम से चंडीगढ़ जाना है,
तो इस परिस्थिति में चंडीगढ़ के स्थान का प्रमाण पत्र होना भी जरूरी है। इन सभी औपचारिक प्रिक्रिया को पूरा करने के बाद ही प्रदेश में प्रवेश मिल सकता है।
ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आवेदन करना सरकारी नौकरी पाने से भी कठिन
बताया जा रहा है की इसके अलावा यह प्रक्रिया इतनी जटिल है कि इसके तहत ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आवेदन करना सरकारी नौकरी पाने से भी कठिन हो गया है। यही कारण है कि हिमाचल प्रदेश का अधिकतर वर्ग अब बॉर्डर खोलने की गुहार प्रदेश सरकार से कर रहा है।
प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी ठप
इसके अलावा सीमांत क्षेत्रों में आवाजाही पर की गई सख्ती के कारण हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी ठप हो गई है। जिस बजह से प्रदेश में बहुत से लोगो के कारोबार पर भी इस बुरा प्रभाव पड़ा है। हिमाचल प्रदेश में फैले इस वायरस की बजह से जनता को भी बहुत सी परेशानियों को सामना करना पढ़ रहा है।