हिमाचल में अब रात्रि के समय में दौड़ेंगी हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसे, ट्रायल के तौर पर नाइट बस सेवा चलाने की तैयारी पूरी,

हिमाचल प्रदेश में बस चालकों को बहुत बड़ी राहत मिली है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अब रात को भी निगम की बसें प्रदेश में दौडे़गी।
बताया जा रहा है की देश भर में पहली अगस्त से नाइट कर्फ्यू हटने के चलते एचआरटीसी ने ट्रायल के तौर पर नाइट बस सेवा चलाने की तैयारी कर ली है।
अब जल्द ही हिमाचल प्रदेश में रात के समय बसे दौड़ेंगी। बताया जा रहा है की इसके लिए निगम द्वारा प्रोपोजल तैयार किया गया है।
प्रदेश सरकार की ओर से हरी झंडी मिलते ही हिमाचल प्रदेश में नाइट बस सेवा आरंभ कर दी जाएगी
साथ ही निगम ने इस प्रोपोजल को मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भेजा है। अब हिमाचल प्रदेश में सरकार की मंजूरी का इंतजार है। प्रदेश सरकार की ओर से हरी झंडी मिलते ही हिमाचल प्रदेश में नाइट बस सेवा आरंभ कर दी जाएगी।
शिमला से धर्मशाला, दूसरी शिमला से चंबा और तीसरी बस शिमला से मनाली के लिए चलेगी
प्रदेश सरकार द्वारा एचआरटीसी की ओर से तैयार प्रोपोजल में पायलट आधार पर तीन नाइट बसें चलाने की योजना है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी बसों का संचालन हिमाचल की राजधानी शिमला से होगा। इसमें एक बस शिमला से धर्मशाला, दूसरी शिमला से चंबा और तीसरी बस शिमला से मनाली चलेगी।
इससे प्रदेश की जनता को बहुत से लाभ मिल पाएंगे। बताया जा रहा है की अगर यह ट्रायल सफल रहता है और यात्री रात के समय बसों में सफर करने में रुचि दिखाते हैं।
निगम की बसों में रात्रि आक्यूपेंसी पर नजर रखेगी
तो प्रदेश में नाइट बसों की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। अगर पूर्व में निगम की बसों में रात्रि आक्यूपेंसी पर नजर दौड़ाई जाए तो अधिकतर रूटों पर चलने
वाली बसोें में यात्रियों की संख्या अधिक रहती है। तो राज्य में रात्रि के समय में बस सेवा शुरू कर दी जायेगी।
मौजूदा समय में एचआरटीसी द्वारा सुबह 06 बजे से रात को 08 बजे तक बसों का संचालन किया जा रहा था
हिमाचल प्रदेश में मौजूदा समय में एचआरटीसी द्वारा सुबह 06 बजे से रात को 08 बजे तक बसों का संचालन किया जा रहा था।
मगर अब नई गाइडलाइन जारी होने के बाद एचआरटीसी बसों की संचालन टाइमिंग को बढ़ा सकता है। इसी के
साथ प्रदेश में एचआरटीसी द्वारा क्षेत्रीय प्रबंधकों से प्रोपोजल मांगा गया है। इसमें मांग की गई कि उनके किस-किस रूट पर बसों की क्या टाइमिंग हो सकती है।
इसका ब्यौरा मांगा गया है। साथ ही यह जनता पर भी निर्भर करेगा।