प्रधानाचार्य व मुख्य अध्यापकों की पदोन्नति की सूची को प्रदेश सरकार शीघ्र ही जारी करें, अध्यापक संगठनों की संयुक्त बैठक में उठाई गयी मांगे

हिमचाल प्रदेश में प्रधानाचार्य व मुख्य अध्यापकों की पदोन्नति की सूची को प्रदेश सरकार शीघ्र ही जारी करें और साथ ही पूर्व सैनिकों को इस सूची में शामिल न करें।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह मांग हमीरपुर में आयोजित टीजीटी कैडर से जुड़े विभिन्न अध्यापक संगठनों की संयुक्त बैठक में उठाई गयी है।
इसी के साथ बैठक टीजीटी कन्फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र ठाकुर की अध्यक्षता में हुई है। इसमें टीजीटी कैडर की मुख्य मांगों को
27 वर्षों तक सेवाएं देने के बाद टीजीटी बिना किसी पदोन्नति के सेवानिवृत्त हो रहा
मनवाने के लिए रणनीति तय की गई है साथ ही में संघ के पदाधिकारियों ने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की कि है साथ ही पिछले दो वर्षों से स्कूल प्रधानाचार्य की कोई भी पदोन्नति सूची जारी नहीं की गई है।
जिसके चलते 27 वर्षों तक सेवाएं देने के बाद टीजीटी बिना किसी पदोन्नति के सेवानिवृत्त हो रहा है। इससे 26,000 के कैडर में भारी रोष व्याप्त है।
जिस बजह से उन्होंने इस पर मांग उठाई है।
भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में संशोधन करना होगा
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की 26 अप्रैल, 2010 के बाद पदोन्नत होने वाले स्कूली प्रवक्ताओं से पदोन्नति होने के समय में ली जाने वाली
विकल्प की शर्त को हटाने के लिए भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में संशोधन करना होगा साथ ही में पदोन्नत प्रवक्ता को पदोन्नति की प्रथम तिथि से
5400 का ग्रेड पे देना साथ ही में प्रयोगात्मक विषयों से संबंधित सभी अध्यापकों को कम से कम 1000 रुपए सम्मानजनक प्रयोगात्मक भत्ता
अध्यक्ष गजेंद्र ठाकुर के नेतृत्व में मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री से अपनी इन मांगों के संदर्भ में मिलेगा
देना साथ ही में 26 हजार टीजीटी कैडर को ध्यान में रखते मुख्य अध्यापक से प्रधानाचार्य पद पर कोटे को 50,50 से 80,20 किया जाए बैठक में यह निर्णय लिए गए तथा इस बातो को लेकर मांग की गयी।
बैठक में निर्णय लिया गया की टीजीटी कंफेडरेशन का प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही अपने प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र ठाकुर के नेतृत्व में मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री से अपनी इन मांगों के संदर्भ में मिलेगा। साथ ही जल्द ही इस पर जल्द करवाई की जाएगी।