विधानसभा में मंगलवार को नई शिक्षा नीति पर चर्चा, नई शिक्षा नीति आने के बाद RTI के नियमो में होगा बदलाव

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को नई शिक्षा नीति पर चर्चा की गयी। प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की शिक्षा निति पर चर्चा का उत्तर शिक्षा मंत्री
गोविंद ठाकुर बुधवार को देंगे। इसी के साथ बताया जा रहा है की नियम-130 के तहत भाजपा विधायक राजीव बिंदल ने चर्चा का प्रस्ताव रखा है।
उन्होंने कहा कि अब नई शिक्षा नीति आने के बाद RTI नियम में भी बदलाव किया जाएगा। इसी के साथ शिक्षा का अधिकार अब बच्चों को तीन से 18 साल तक का हो जाएगा।
नई नीति में एक ही लक्ष्य है कि भारत दुनिया की तीसरी बड़ी शक्ति बने (डा. बिंदल)
इसी के साथ डा. बिंदल ने कहा कि नई शिक्षा नीति की खास बात यह है कि विद्यार्थी शोधपरक बनें। उन्होंने कहा की सामयिक विषयों को लेकर जब विद्यार्थी शोध करेंगे, उसे पड़ेंगे तो वे भारत को विश्व पटल पर खड़ा कर सकेंगे। नई नीति में एक ही लक्ष्य है कि भारत दुनिया की तीसरी बड़ी शक्ति बने।
देश के स्वाबलंबन और आत्मनिर्भर बनाने की ओर ले जाने की दिशा में अहम कदम
प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में शोध को बढ़ावा दिया जाएगा। इसी के साथ देश के स्वाबलंबन और आत्मनिर्भर बनाने की ओर ले जाने की दिशा
में अहम कदम शिक्षा नीति में बदलाव से होगा। इसी के साथ डा. बिंदल ने कहा कि नई शिक्षा नीति में सौ फीसदी एनरोलमेंट होगी।
2022 से पहले शिक्षकों को विशिष्ट कोर्सेज के लिए तैयार किया जाएगा
बताया जा रहा है की हायर ऐजुकेशन में अभी छात्रों की इनरोलमेंट 50 फीसदी तक ही रह जाती है। जिसे भी बढ़ाया जाएंगा इसी के साथ 2022 से पहले शिक्षकों को विशिष्ट कोर्सेज के लिए तैयार किया जाएगा।
जीडीपी का 4.4 फीसदी के स्थान पर छह फीसदी व्यय करने का प्रावधान
इसी के साथ उन्होंने कहा कि शिक्षा पर खर्च को बढ़ाया जाएगा जिस से प्रदेश के छात्रो को अच्छी शिक्षा मिल पाएगी। इसमें जीडीपी का 4.4 फीसदी के स्थान पर छह फीसदी व्यय करने का प्रावधान किया गया है।
प्लस-टू के बाद 05 साल में विद्यार्थी मास्टर डिग्री ले पाएगा
इसी के साथ बताया जा रहा है की नई नीति में हायर एजुकेशन में प्लस-टू के बाद 05 साल में विद्यार्थी मास्टर डिग्री ले पाएगा साथ ही बताया जा रहा है की इससे युवा का समय बचेगा और वह सीधे पीएचडी कर सकेगा। जिस से छात्रों को बेहद लाभ मिल पायेगा.