हिमाचल प्रदेश तकनीकी शिक्षा बोर्ड पॉलिटेक्निक की छठे सेमेस्टर की परीक्षा में कोरोना पॉजिटिव अभ्यर्थी नहीं दे पाएंगे परीक्षा

हिमाचल प्रदेश में तकनीकी शिक्षा बोर्ड ने बड़ा फैसला प्रदेश में फैले कोरोना वायरस की ओर से ली जाने वाली पॉलिटेक्निक की छठे सेमेस्टर की परीक्षा में कोरोना पॉजिटिव
अभ्यर्थी नहीं बैठ सकेंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की इन अभ्यर्थियों को तकनीकी शिक्षा बोर्ड बाद में परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश में 25 सितंबर से प्रदेश तकनीकी शिक्षा बोर्ड धर्मशाला छठे सेमेस्टर व अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं सहित पहले से छठे सेमेस्टर की अनुपूरक परीक्षाएं ले रहा है।
इन परीक्षाओं में सूबे के 7,800 अभ्यर्थी 40 परीक्षा केंद्रों में परीक्षा देंगे
इसी के साथ बताया जा रहा है की इन परीक्षाओं में सूबे के 7,800 अभ्यर्थी 40 परीक्षा केंद्रों में परीक्षा देंगे। इसी के साथ बताया जा रहा है की इस दौरान मौजूदा समय में सूबे से
कोरोना पॉजिटिव चल रहे पॉलिटेक्निक के छात्रों को परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा। इस छात्रों की परीक्षा बाद में ली जायेगी।
वार्षिक परीक्षा के दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन को ध्यान में रखा जाएगा
इसी के साथ बताया जा रहा है की बोर्ड की मानें तो वार्षिक परीक्षा के दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन को ध्यान में रखा जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की
परीक्षा से पहले सभी परीक्षा केंद्रों को सैनिटाइज किया जाएगा। साथ ही छात्रों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही परीक्षा हाल में जाने की अनुमति दी जाएगी।
साथ ही छात्रों को मास्क पहनकर आना होगा। इसी के साथ बताया जा रहा है की उन्हें पानी की बोतल साथ लानी होगी। छात्रों को अपने साथ अपनी पानी की बोतल साथ में लानी होगी।
छात्रों को कोविड-19 की गाइडलाइंस का पूरा पालन करना होगा
प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की 25 सितंबर से शुरू हो रही हिमाचल प्रदेश तकनीकी शिक्षा बोर्ड के आदेशों के अनुसार अनुपूरक और छठे सेमेस्टर की वार्षिक परीक्षा में कोरोना वायरस से संक्रमित छात्रों को परीक्षा में बैठने का मौका नहीं दिया जाएगा।
कोरोना संक्रमित छात्रों की परीक्षा तकनीकी शिक्षा बोर्ड बाद में लेगा
इसी के साथ बताय जा रहा है की ऐसे छात्रों की परीक्षा तकनीकी शिक्षा बोर्ड बाद में लेगा। साथ ही बताया जा रहा है की वार्षिक परीक्षा के दौरान छात्रों को कोविड-19 की गाइडलाइंस का पूरा पालन करना होगा। जिस के बाद ही छात्रों को परीक्षा में बैठने दिया जाएगा।