नाथपा झाकड़ी जलविद्युत परियोजना, देश का चौथा सबसे बड़ा जलविद्युत प्लांट

हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी राज्य है जिस बजह से यहां बहुत सी छोटी बड़ी जलधाराएं बहती है, जिन के ऊपर बहुत सी जल विधुत परियोजनाएं स्तिथ है, इन्हे में से एक है नाथपा झाकड़ी बांध जो हिमाचल प्रदेश में स्तिथ है।
सतलुज नदी जल विद्युत निगम नाथपा बांध में इस जल विद्युत परियोजना को प्रायोजित कर रहा
इसी के साथ इस बांध का काम पानी को संग्रहित करना और जल ऊर्जा प्रदान करना है साथ ही सतलुज नदी जल विद्युत निगम नाथपा बांध में इस जल विद्युत परियोजना को प्रायोजित कर रहा है। इसी के साथ यह ज्ञात है कि बांध केवल एक साधारण नदी का उपक्रम है।
परियोजना के निवेशक
जानकारी के अनुसार बिजली की मांग को पूरा करने के लिए विकलांग है, इसी के साथ इस परियोजना के निवेशक, नाथपा झाकरी पावर कॉरपोरेशन, क्वेनेर, एएबी, सीमेंस, सुल्जर एस्कर वॉइस, इम्पेर्गिलो फाउंडेशन कॉर्पोरेशन (निर्माण) और बीएचईएल हैं।
सतलुज नदी पर बना एक ठोस गुरुत्वाकर्षण बांध
इसी के साथ इस नाथपा झाकरी बांध भारत के हिमाचल प्रदेश में सतलुज नदी पर बना एक ठोस गुरुत्वाकर्षण बांध है इसी के साथ इस बांध का प्राथमिक उद्देश्य
पनबिजली उत्पादन है। साथ ही यह पानी के लिए 1,500 मेगावाट (2,000,000 एचपी) भूमिगत बिजली स्टेशन की आपूर्ति करता है।
बाँध का निर्माण कार्य 2004 में पूरा हुआ
इसी के साथ इस पावर स्टेशन तक पहुंचने से पहले, पानी को 27.4 किमी (17 मील) हेड्रेस टनल के माध्यम से मोड़ दिया जाता है साथ ही यह परियोजना पर निर्माण 1993 में शुरू हुआ था। इसी के साथ इस बाँध का निर्माण
कार्य 2004 में पूरा हुआ था, साथ ही 250 मेगावॉट (340,000 hp) फ्रांसिस टर्बाइन-जनरेटर के अंतिम 02 मार्च 2004 में ऑनलाइन हो गए थे। इसका स्वामित्व SJVN Ltd. के पास है।
प्लांट से विद्युत का आबंटन होने वाले राज्य
इसी के साथ इस पावर प्लांट से विद्युत का आबंटन उत्तर भारतीय राज्यों में हरियाणा, हि.प्र., पंजाब, जम्मू एवं कश्मीर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड तथा दिल्ली व चंडीगढ़ के सभी शहरों को होता है।
जिन को इस परियोजना से लाभ पहुंचाया जाता है, हिमाचल प्रदेश में स्तिथ इस परियोजना को विश्व की सबसे लंबी जल सुरंग होने का श्रेय भी प्राप्त है।