
पहाड़ी से ग्लेशियर गिरने की बजह से मलबे में 280 भेड़-बकरियो की मौत
हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के शीला नाला में पहाड़ी से ग्लेशियर गिरने की बजह से मलबे में 280 भेड़-बकरियां दब गई हैं, प्राप्त
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की रविवार को पूरा दिन ग्रामीण इन मवेशियों को रेस्क्यू करने में लगे रहे।
कड़ाके की ठंड में लोगों ने ग्लेशियर में दबी भेड़-बकरियों को मलबे से बाहर निकाला गया
इसी एक साथ कड़ाके की ठंड में लोगों ने ग्लेशियर में दबी भेड़-बकरियों को मलबे से बाहर निकाला गया, साथ ही बता दें कि शनिवार को मणिकर्ण घाटी के बरशैणी के साथ लगते शीला नाला में 280 से अधिक भेड़ बकरियों की
दबकर मौत हो गई, जिस बजह से भेड़ पालकों को बहुत ही नुक्सान पहुंचा है, क्युकी इन भेड़ पालको की आजीविका का यह ही स्त्रोत होता है, जिन को यह एक स्थान से दूसरे स्थान ले कर जाते है।
पहाड़ी से ग्लेशियर का मलबा भारी मात्रा में आ गिरा
प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की पहाड़ी से ग्लेशियर का मलबा भारी मात्रा में आ गिरा है, इसी के साथ इसकी चपेट में ये मवेशी आ गए है, इसी के साथ सूचना मिलते ही पुलिस, पशुपालन विभाग और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है।
ग्रामीण भी घटनास्थल पर बर्फ में दबी भेड़-बकरियां निकालने में जुटे रहे
इसी के साथ प्रशासन की रेस्क्यू टीम के साथ-साथ क्षेत्र के ग्रामीण भी घटनास्थल पर बर्फ में दबी भेड़-बकरियां निकालने में जुटे रहे है, साथ ही प्राप्त जानकारी के
अनुसार बताया जा रहा है कि भेड़पालक सुरक्षित हैं। नायब तहसीलदार भुंतर रामचंद नेगी ने बताया कि टीम को मौके के लिए भेजा गया था।
उपायुक्त ने कहा कि आपदा के कारण भेड़-बकरियां दब गयी
साथ ही जानकारी मिली है कि इस घटना में भेड़ पालक दीप कुमार की 120, गुरदयाल की 130 और रूम सिंह की 30 भेड़-बकरियां इस घटना की चपेट में आ
गई हैं, इसी के साथ उपायुक्त ने कहा कि आपदा के कारण भेड़-बकरियां दबी हैं, साथ ही टीम को मौके के लिए भेजा गया है।