पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा की हिमाचल के 50 वर्ष शानदार विकास के गवाह

हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने पूर्ण राजत्व स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान यह कहा है की हिमाचल प्रदेश के इतिहास का एक स्वर्णिम पृष्ठ है, प्राप्त जानकारी के अनुसार कहा जा रहा है की यह 50 वर्ष शानदार विकास के गवाह हैं।
विकास को प्रारंभ करने का श्रेय पहले मुख्यमंत्री डा. यशवंत सिंह परमार को जाता
इसी के साथ उन्होने कहा की हिमाचल प्रदेश के विकास को प्रारंभ करने का श्रेय पहले मुख्यमंत्री डा. यशवंत सिंह परमार को जाता है, इसी के दौरान उन्होंने कहा
कि उनका सौभाग्य है कि उन्हें विधायक के रूप में यशवंत सिंह परमार के साथ काम करने का अवसर प्राप्त हुआ था।
02 बार हिमाचल प्रदेश की सेवा करने का मौका मिला (पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार)
इसी के साथ इसके बाद वीरभद्र सिंह, ठाकुर रामलाल, प्रेम कुमार धूमल और वर्तमान में जयराम ठाकुर उस विकास को आगे बढ़ाते रहे है, इसी के साथ उन्होंने कहा कि उन्हें 02 बार हिमाचल प्रदेश की सेवा करने का मौका मिला।
पनबिजली में निजीकरण लाने के महत्त्वपूर्ण निर्णय को प्रारंभ करने वाला पहला प्रदेश
इसी के दौरान उन्होंने कहा की हिमाचल प्रदेश को यह सौभाग्य प्राप्त है कि वह पनबिजली में निजीकरण लाने के महत्त्वपूर्ण निर्णय को प्रारंभ करने वाला पहला प्रदेश बना है,
इसी के साथ हिमाचल प्रदेश का यह भी सौभाग्य है कि पनबिजली रॉयल्टी प्राप्त करने का सिद्धांत हिमाचल प्रदेश ने मनवाया, जिसके कारण करोड़ों रुपए की आय हो रही है।
प्रदेश को पहाड़ी प्रदेशों में प्रथम स्थान का प्रमाण पत्र प्राप्त
इसी के साथ बताया जा रहा है की स्वर्ण जयंती के इस अवसर पर भारत के नीति आयोग ने हिमाचल प्रदेश को पहाड़ी प्रदेशों में प्रथम स्थान का प्रमाण पत्र दिया है, साथ ही डरोह पुलिस प्रशिक्षण केंद्र पूरे देश में प्रथम आया है।
प्रदेश की विकास यात्रा इसी प्रकार आगे बढ़ती रहे (पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार)
साथ ही उन्होंने हिमाचल प्रदेश की जनता को बधाई दी है तथा उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि वह प्रभु का धन्यवाद करते हैं और आशा करते हैं कि छोटे से
हिमाचल प्रदेश की विकास यात्रा इसी प्रकार आगे बढ़ती रहे, तथा प्रदेश ऐसे ही विकास की ओर बढ़ता रहे।