
हिमाचल की हर पंचायत में स्वचालित मौसम केंद्र होंगे स्थापित, किसानो को लाभ
हिमाचल प्रदेश में किसानों-बागवानों को फसलों से जुड़े जलवायु परिवर्तन की हर पल जानकारी देने के लिए एक नवीनतम योजना बनाई गयी है, प्राप्त जानकारी के
अनुसार बताया जा रहा है की हिमाचल प्रदेश की हर पंचायत में स्वचालित मौसम केंद्र स्थापित किये जाएंगे।
फसलों पर मौसम से होने वाले असर पर यह स्टेशन निगाह रखेगा,
साथ ही कहा जा रहा है की फसलों पर मौसम से होने वाले असर पर यह स्टेशन निगाह रखेगा, साथ ही इसी के आधार पर नुकसान की रिपोर्ट हिमाचल और केंद्र
सरकार को जाएगी साथ ही उसी के आधार पर फसलों के नुकसान का मुआवाजा किसानो और बागवानों को मिलेगा।
पहले चरण में राजधानी शिमला और मंडी जिला कवर होंगे
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की पहले चरण में राजधानी शिमला और मंडी जिला कवर होंगे, उसके बाद में यदि कवायद रंग लाई तो हर पंचायत में केंद्र
स्थापित किये जाएंगे, साथ ही मंडी जिले के गोहर, करसोग और बल्ह पंचायतों में यह सुविध मुहैया करवाई जा रही है।
पचायतों में वर्षामापी यंत्र स्थापित करने पर भी विचार किया जा रहा
साथ ही पचायतों में वर्षामापी यंत्र स्थापित करने पर भी विचार किया जा रहा है, इससे किसानों को वर्षा, तूफान, नमी, ओलावृष्टि, सूखा संबंधी मौसम का पूर्वानुमान ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन से प्राप्त हो जायेगा, तथा
वर्षामापी यंत्र से बारिश का सही आंकड़ा विभाग को मिलेगा और इसके अनुरूप किसान खेती कर सकेंगे, जिस से किसानो को अधिक नुकसान नहीं पहुंच पायेगा, वो आपदा के लिए पहले से ही तैयार रहेगा।