घुमारवीं के पपलाह गांव में पंचायत चुनाव के दौरान वोट डालने पहुंचीं 130 साल की बुजुर्ग

हिमाचल प्रदेश में दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला सामने आ गयी है, इसी के साथ प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की आधार कार्ड में उनकी उम्र 130 साल की है, इसी के साथ बताया जा रहा है की उनका जन्म
वर्ष 1890 में हुआ है, साथ ही यह खुलासा गुरुवार को उस समय हुआ जब महिला जिला बिलासपुर के घुमारवीं के पपलाह गांव में पंचायत चुनाव के दौरान वोट डालने पहुंचीं है।
पपलाह की मंशा देवी स्याल के जन्म वर्ष को देखकर हर कोई दंग तथा हैरान
जानकारी के अनुसार पपलाह की मंशा देवी स्याल के जन्म वर्ष को देखकर हर कोई दंग तथा हैरान है, साथ ही बता दें कि आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार दुनिया की
सबसे उम्रदराज महिला रूस की जीन केलिमेंट हैं, इसी के साथ जिनका वर्ष 1997 में 122 साल की आयु में देहांत हुआ था।
मंशा देवी की उम्र सही पाई गई तो वह वर्ल्ड रिकॉर्ड का दावा कर सकते
साथ ही वर्तमान में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जापान की केन तनाका (118) का नाम सबसे बुजुर्ग जीवित महिला के तहत दर्ज हुआ है, इसी के साथ
बताया जा रहा है की उपायुक्त बिलासपुर का कहना है कि जांच के बाद अगर मंशा देवी की उम्र सही पाई गई तो वह वर्ल्ड रिकॉर्ड का दावा कर सकते हैं।
घुमारवीं की इस महिला के 06 बच्चे थे, इनमें 02 की मौत हो चुकी
इसी के साथ हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर के घुमारवीं की इस महिला के 06 बच्चे थे, इनमें 02 की मौत हो चुकी है, साथ ही महिला के परिवार में कोई ज्यादा
पढ़ा-लिखा भी नहीं है तथा इसके चलते उनकी उम्र को लेकर किसी ने कोई जिक्र नहीं किया और न प्रशासन की नजर पड़ी है।
महिला के बडे़ बेटे की मौत 81 साल की उम्र में साल 2004 में हुई थी
साथ ही प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला के बडे़ बेटे की मौत 81 साल की उम्र में साल 2004 में हुई थी तथा वहीं बेटे से ढाई साल बड़ी एक बेटी थी, जिनकी भी मौत
हो चुकी है साथ ही कहा जा रहा है की ऐसे में वर्ष 2021 में उनकी बड़ी बेटी जीवित होती तो उनकी उम्र 100 साल होती।
शुक्रवार को उक्त महिला की उम्र से जुड़े तथ्यों की जांच करवाएंगे
उपायुक्त बिलासपुर रोहित जम्वाल ने जानकारी देते हुए बताया कि वह शुक्रवार को उक्त महिला की उम्र से जुड़े तथ्यों की जांच करवाएंगे, साथ ही अगर जिले में ऐसी महिला है जिनकी उम्र गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में
दर्ज उम्र से ज्यादा है तो वह इसका दावा करेंगे तथा उनका नाम दर्ज करवाने की प्रक्रिया पूरी करेंगे, साथी इस की जांच कर के इनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज की जाएगी।