प्रदेश में रसोई गैस सिलिंडरों की बढ़ती कीमतों ने लोगों को महंगाई के बोझ तले दबा दिया

हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल-डीजल के साथ रसोई गैस सिलिंडरों की बढ़ती कीमतों ने लोगों को महंगाई के बोझ तले दबा दिया गया है, इसी के साथ प्राप्त जानकारी के अनुसार कहा जा रहा है की तो दूसरी तरफ गैस सब्सिडी के नाम पर भी बड़ा खेल चल रहा है।
11 महीनों से लाखों उपभोक्ताओं को 32 रुपये कम सब्सिडी मिल रही है
इसी के साथ कहा जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश में घरेलू गैस सिलिंडरों पर बीते 11 महीनों से लाखों उपभोक्ताओं को 32 रुपये कम सब्सिडी मिल रही है, साथ ही कहा
जा रहा है की जेब से पैसे निकलने का किसी को पता तक नहीं चला है तथा स्थानीय गैस कंपनियों के पास इसका इतना जवाब है कि यह सब दिल्ली से तय होता है।
मई 2020 में सब्सिडी के नाम पर उपभोक्ताओं को फूटी कौड़ी तक नसीब नहीं हुई
प्राप्त जानकारी के अनुसार कहा जा रहा है की खास बात तो यह है कि मई 2020 में सब्सिडी के नाम पर उपभोक्ताओं को फूटी कौड़ी तक नसीब नहीं हुई है, साथ ही
जून 2020 से मार्च 2021 तक उपभोक्ताओं को सब्सिडी के महज 31.83 रुपये मिल रहे हैं जबकि सिलिंडर की कीमतें आसमान छू रही हैं।
गैस कंपनियों ने घरेलू गैस सिलिंडर का दाम 791 रुपये तय किया
इसी के साथ कहा जा रहा है की बीते फरवरी महीने की ही बात करें तो कंपनियों ने 03 बार दाम बढ़ाकर सिलिंडर 100 रुपये महंगा कर दिया है, साथ ही एक फरवरी को गैस कंपनियों ने घरेलू गैस सिलिंडर का दाम 791 रुपये तय किया था।
गैस एजेंसियों के संचालकों का कहना है कि उनके कंप्यूटर कंपनियां अपडेट करती
प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की इसके बाद 04 फरवरी को 25, 15 फरवरी को 50 और 25 फरवरी को 25 रुपये दाम बढ़ा दिए गए थे, साथ ही कहा जा रहा है की गैस एजेंसियों के संचालकों का कहना है कि उनके कंप्यूटर कंपनियां अपडेट करती हैं।
रोजाना कई उपभोक्ता शिकायत लेकर आते हैं लेकिन उनके पास कोई जवाब नहीं होता
इसी के साथ कहा जा रहा है की उसी आधार पर वे उपभोक्ताओं को बिल जारी करते हैं, तथा सब्सिडी की राशि नहीं बढ़ने को लेकर रोजाना कई उपभोक्ता शिकायत लेकर आते हैं लेकिन उनके पास कोई जवाब नहीं होता है।
साथ ही गैस कंपनियों के अधिकारियों का कहना है कि नई दिल्ली से ही गैस सिलिंडरों और सब्सिडी के दाम तय होते हैं, गैस की बढ़ती कीमतों की बजह से प्रदेश की जनता बेहद परेशान है।